Thursday, May 21, 2009

Gulaal : Rana ji lyrics

राणा जी म्हारे गुस्से में आये
एसो बल खाए
अगिया बरसाए
भबराए म्हारो चैन

जैसे दूर देस के टावर में घुस जाए रे एरोप्लेन

राणा जी म्हारे ऐसे गुर्राए, एसो थर्राए
भर आये म्हारे नैन

जैसे हरेक बात पे डेमोक्रेसी में लगने लग गयो बैन
जैसे दूर देस के टावर में घुस जाए रे एरोप्लेन
जैसे सरेआम इराक में जाके जम गए अंकल सैम
जैसे बिना बात अफगानिस्तां का बज गया भैया बैंड
जैसे दूर देस के टावर में घुस जाए रे एरोप्लेन

राणा जी म्हारे

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